Sikti Araria News Desk: बिहार के अररिया जिले के सिकटी प्रखंड में एक चिंता का विषय दिख रहा है। यहां कैंसर के मरीजों की संख्या में अंतहीन वृद्धि होने से लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक़, इसमें कई कारण हो सकते हैं, जो जांच और जागरूकता के साथ समझने की जरूरत है।
स्थानीय चिकित्सा प्रशासन ने रिपोर्ट किया है कि पिछले पांच वर्षों में सिकटी प्रखंड में कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इसे कई कारकों से जुड़ा होने के प्रमुख कारण माना है। इनमें शामिल हो सकते हैं प्रदूषण, असंतुलित खानपान, धूम्रपान और नियमित शारीरिक गतिविधियों की कमी बताई गई है।
विज्ञानिक तथा स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. आसिफ आलम ने बताया, “सिकटी प्रखंड का पानी अत्यधिक प्रदूषित हो गया है। लोग इसे पीने से बच्चे से लेकर बड़े सभी वर्गों में समस्याएं खड़ी कर रहे हैं। विशेष रूप से कृषि उपजों के उपरांत जिन खेतों में कीटाणुनाशकों का अधिक उपयोग किया जाता है, वहां का पानी प्रदूषित होकर गांव के लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है।”
व्यापक स्तर पर धूम्रपान के कारण भी कैंसर के मामूले रोग में इजाफा देखा गया है। यहां के लोग अधिकांशतः खुले में धूम्रपान करने की आदत रखते हैं, जिससे वायु में मिले तम्बाकू (खैनी, बीड़ी, सिगरेट और हुक्का) के कारकों के कारण स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव होता है।
इस समस्या का समाधान करने के लिए स्थानीय प्रशासन ने शिकायतों के निवारण के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। इन टीमों का मुख्य उद्देश्य प्रदूषण कम करने, स्वच्छ पानी की व्यवस्था करने, और जागरूकता फैलाने के लिए जनसमर्थन गांवों में पहुंचना है।
जनता को शिकायतों को तुरंत रिपोर्ट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि समस्या के ज्यादा फैलने से बचा जा सके। इसके साथ ही स्वच्छता और आहार की देखभाल को लेकर जागरूकता फैलाई जा रही है।
स्थानीय अधिकारियों का मानना है कि इस समस्या को समय रहते ठीक किया जा सकता है और इसमें लोगों के सहयोग की आवश्यकता है। वे लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे स्वयं और अपने आसपास के लोगों को कैंसर और इससे जुड़ी समस्याओं के लक्षणों के बारे में जागरूक बनें और स्वस्थ्य जीवन शैली को अपनाएं।
समस्या के समाधान के लिए सरकार और विशेषज्ञों के बीच भी मिलकर काम करने की जरूरत है। इस समय पर सभी स्तरों पर उचित कदम उठाए जाने के बाद ही सिकटी प्रखंड में इस समस्या को समाधान किया जा सकता है और लोगों को स्वस्थ्य रहने के लिए सुनिश्चित किया जा सकता है।