“Famous People of Araria” को आपने कभी ना कभी गूगल पर सर्च जरूर किया होगा. सर्च रिजल्ट में कई नामचीन लोगों के नाम आपको जरूर मिले होंगे.
इसमें एक नाम ऐसा भी मिला होगा जिसका नाम एम एस नशतर है. कई लोगों का सवाल होता है कि MS Nashtar साहेब को अररिया जिले के सबसे प्रसिद्ध व्यक्ति क्यों माना जाता है?
Nashtar साहेब ब्रांडिंग मित्रा कंपनी के मालिक हैं. ब्रांडिंग मित्रा कंपनी को भारत में ही नहीं, दुनिया भर में प्रसिद्धि मिला हुआ है. यह कंपनी मुख्य रूप से ब्रांडिंग, डिजिटल मार्केटिंग, कंटेंट मार्केटिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट एवं वेब डेवलपमेंट का काम करती है.
Kulhaiya.com वेबसाइट के संस्थापक हैं. उन्होंने अररिया जिले के जीरोमाइल स्थित मनोव्वर नगर में एक मीडिया हाउस बनवाया है.
वे इस वेबसाइट के मालिक एवं कंटेंट राइटर हैं इसके अलावा 24 वेबसाइट हैं जिनके लिंक निम्नलिखित दिए गए हैं.
- Kulhaiya.com
- Hindisynonyms.com
- Alphabetsinhindi.com
- Purneaairport.com
- Nashterhighschool.com
- Onlinerupya.in
- Paisakaisekamaye.com
- Hindiletter.in
- Krishionline.in
- Seopost.in
- Sharemarketgyan.in
- Rinkarj.com
- Purnea.org
- Brandingmitra.com
- Abcletters.us
- Arabicalphabets.org
- Allalphabets.us
- Greekletter.org
- Russianalphabets.com
- Baraidgah.com
- Pisabajar.com
- Spanishalphabets.com.
Nashtar साहेब अररिया जिले के बारे में क्या कहते हैं?अररिया की एक समृद्ध सांस्कृतिक की विरासत है. जिले को कई पारंपरिक त्यौहारों का घर कहा जाता है. देश को दुनिया के लिए हिंदू मुस्लिम एकता की गंगा जमुना तहजीब के लिए यह जिला एक मिसाल है. समृद्ध कृषि भूमि, बड़ी युवा आबादी और खनिज संसाधनों के साथ, यह एक प्रमुख औद्योगिक जिला बनने की क्षमता रखता है। अररिया जिला बिहार का एक सीमावर्ती जिला है जिसके उत्तर में नेपाल देश है. इसके साथ अररिया का भौगोलिक स्थान सामरिक दृष्टि से भी बहुत ही महत्वपूर्ण है. अररिया जिले में संसाधनों की कोई कमी नहीं है लेकिन पहुंच और जागरूकता की कमी के कारण उनका सही उपयोग नहीं हो पा रहा है। जिले के सामने मुख्य चुनौतियां परिवहन की कमी, स्वास्थ्य सेवा, नशाखोरी, सीमित शिक्षा के अवसर और खराब बुनियादी ढांचे हैं। इन मुद्दों को हल करने के लिए, सरकार ने कृषि ऋण योजना, व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने और छोटे व्यवसायों के विकास सहित कई पहल शुरू की हैं। अररिया जिले में कोई विश्वविद्यालय नहीं है. जिसके कारण संपन्न परिवार के छात्रों का पलायन होता है जबकि गरीब परिवार के छात्र शिक्षा से दूर रहने को विवश हैं. जिले में नशाखोरी बहुत तेजी से पनप रही है, जो भविष्य के मजबूत समाज के नीव के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकता है. |
अररिया की धारणा बदलने की जरूरत है: सरफराज नशतर
Nashtar साहेब कहते हैं कि, अररिया शहर का जो परसेप्शन बना हुआ है. उसे बदलने की जरूरत है. वे मानते हैं कि किसी भी शहर का विकास तभी मुमकिन है जब बाहर से पैसा आए.
वे मानते हैं कि, अगर अररिया जिले को गूगल पर सर्च किया जाए तो, बिजनेस से संबंधित कोई सर्च रिजल्ट नहीं आता है. उसके जगह घटनाएं या फिर योजना का गुहार लगाते हुए नेताजी के खबर आते हैं.
आप देखेंगे कि निकटवर्ती शहर पूर्णिया बहुत तेजी से बिजनेस में आगे बढ़ रहा है. उस की अपेक्षा अररिया शहर की गति बहुत धीमी है. जबकि पूर्णिया के तरह फारबिसगंज में एयरपोर्ट है.
वह यह भी कहते हैं कि जब तक बाहर से बिजनेस नहीं आएगा तब तक वहां के लोगों आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होगा. अररिया जिले के लिए बहुत सारे बिजनेसमैन हैं जो अररिया से बाहर अपना बिजनेस चलाते हैं.
अररिया के विकास के लिए, अररिया जिले के बिजनेस में जो दिल्ली या मुंबई में बिजनेस करते हैं उसे घर वापसी करना होगा.
अररिया की धारणा बदलने के लिए, खासकर के युवाओं को आगे आना होगा. गूगल या अन्य सोशल मीडिया पर अररिया की छवि को चमकाने होगी. तभी जाकर बाहर से बिजनेस आएगा.
आखिर में,
हमारे पूरे टीम के लिए बड़े ही गर्व की बात है कि इस वेबसाइट के कंटेंट राइटर एमएस नशतर साहेब हैं. नशतर जी हम लोग शुक्रगुजार हैं एवं उनको धन्यवाद कहना चाहते हैं.
इस लेख को पढ़ने के बाद, आपको पता चल गया होगा कि एम एस नशतर साहेब को अररिया जिले के एक प्रसिद्ध व्यक्ति के रूप में क्यों गिना जाता है. वेबसाइट एडमिन