प्रशांत किशोर की जाति और उनकी ज़िंदगी के दिलचस्प पहलू

जब भी भारतीय राजनीति में चुनावी रणनीति (Election Strategy) की बात होती है, तो एक नाम सबसे पहले ज़ेहन में आता है – प्रशांत किशोर।

इस फोटो में दिखाया गया है प्रशांत किशोर और उसके कास्ट के बारे में

इन्हें “पीके” के नाम से भी जाना जाता है, और इन्होंने अपनी बेमिसाल रणनीतियों से कई चुनावों को नया मोड़ दिया है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रशांत किशोर की जाति (Caste) क्या है? और उनकी ज़िंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प फैक्ट्स क्या हैं? आइए जानते हैं इस आर्टिकल में!

प्रशांत किशोर कौन हैं? (Who is Prashant Kishor?)

प्रशांत किशोर एक पॉलिटिकल स्ट्रैटेजिस्ट (Political Strategist) और चुनावी रणनीतिकार (Election Tactician) हैं, जिन्होंने भारत की राजनीति में कई बड़े नेताओं को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।

वे एक समय पर चुनावी प्रबंधन (Election Management) के मास्टरमाइंड माने जाते थे और अब खुद राजनीति में उतर चुके हैं।

  • पूरा नाम: प्रशांत किशोर
  • जन्म तिथि: 20 मार्च 1977 (उम्र 47 वर्ष)
  • जन्म स्थान: कोनार, बिहार
  • राजनीतिक दल: जन सुराज (Jan Suraaj)
  • धर्म: हिंदू
  • शिक्षा: ग्रेजुएट
  • पेशा: राजनीतिक रणनीतिकार और सलाहकार
  • पिता का नाम: श्रीकांत पांडे
  • माता का नाम: जानकारी उपलब्ध नहीं
  • पत्नी का नाम: जान्हवी दास (पेशे से डॉक्टर)
  • बच्चे: एक बेटा

प्रशांत किशोर की जाति (Caste of Prashant Kishor)

प्रशांत किशोर की जाति “ब्राह्मण” (Brahmin) है। उनका परिवार बिहार से ताल्लुक रखता है, और वे एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे हैं।

बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण (Caste Equations) बहुत मायने रखते हैं, लेकिन प्रशांत किशोर ने हमेशा खुद को “जाति से ऊपर” रखने की कोशिश की है।

हालांकि, राजनीति और जाति का गहरा रिश्ता है, और जब भी कोई नया नेता उभरता है, तो उसकी जाति को लेकर चर्चाएं होती हैं। लेकिन प्रशांत किशोर ने हमेशा अपनी पहचान “रणनीतिकार” के तौर पर बनाई है, न कि किसी जाति-विशेष के प्रतिनिधि के रूप में।

प्रशांत किशोर से जुड़े कुछ दिलचस्प फैक्ट्स (Interesting Facts About Prashant Kishor)

डॉक्टर बनने की बजाय राजनीतिक रणनीतिकार बने

प्रशांत किशोर का परिवार चाहता था कि वे मेडिकल की पढ़ाई करें, लेकिन उनका इंटरेस्ट पॉलिटिक्स और स्ट्रैटेजी में था। उन्होंने इस क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई और भारत के सबसे सफल चुनावी रणनीतिकारों में शामिल हो गए।

नरेंद्र मोदी को जिताने में अहम भूमिका निभाई

2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की जीत के पीछे प्रशांत किशोर का बहुत बड़ा हाथ था। उन्होंने आई-पीएसी (I-PAC – Indian Political Action Committee) के ज़रिए मोदी के “चाय पर चर्चा” और “3डी होलोग्राम कैंपेन” जैसे आइडिया लॉन्च किए, जिसने बीजेपी को बड़ी जीत दिलाई।

बिहार में नीतीश कुमार के लिए गेमचेंजर साबित हुए

2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार और लालू यादव की जोड़ी के लिए उन्होंने शानदार रणनीति बनाई, जिससे महागठबंधन (Grand Alliance) ने बीजेपी को हराकर बड़ी जीत हासिल की।

ममता बनर्जी को भी दिलाई ऐतिहासिक जीत

2021 के पश्चिम बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी को बीजेपी के खिलाफ जबरदस्त जीत दिलाने में प्रशांत किशोर की रणनीति ने बड़ा रोल निभाया। उन्होंने “खेला होबे” को टीएमसी का चुनावी नारा बनवाया, जिससे ममता बनर्जी को भारी बहुमत मिला।

खुद राजनीति में उतरने का किया ऐलान

2022 में प्रशांत किशोर ने अपनी राजनीतिक यात्रा की घोषणा की और “जन सुराज” (Jan Suraaj) नामक एक राजनीतिक अभियान शुरू किया। उनका उद्देश्य बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव लाना है।

Conclusion Points 

प्रशांत किशोर एक चुनावी रणनीतिकार (Election Strategist) से नेता बनने की राह पर हैं। उनकी जाति ब्राह्मण है, लेकिन वे खुद को जाति से ऊपर रखकर राजनीति करना चाहते हैं।

उनकी रणनीतियाँ भारत के कई बड़े नेताओं को चुनाव जिताने में मदद कर चुकी हैं, और अब वे अपने “जन सुराज” अभियान के ज़रिए बिहार की राजनीति में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे खुद चुनाव लड़ेंगे या सिर्फ रणनीतिकार बने रहेंगे? आने वाले दिनों में उनकी राजनीति की दिशा क्या होगी, यह बिहार की राजनीति में एक बड़ा सवाल है!

प्रशांत किशोर से जुड़े 5 सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल (FAQs About Prashant Kishor)

प्रशांत किशोर की जाति क्या है?

प्रशांत किशोर ब्राह्मण (Brahmin) जाति से ताल्लुक रखते हैं और उनका जन्म बिहार के कोनार गांव में हुआ था।

क्या प्रशांत किशोर खुद चुनाव लड़ेंगे?

अब तक प्रशांत किशोर ने खुद किसी चुनाव में उम्मीदवार बनने की घोषणा नहीं की है, लेकिन उनका “जन सुराज” अभियान बिहार की राजनीति में बदलाव लाने के लिए चलाया जा रहा है।

प्रशांत किशोर ने किन पार्टियों के लिए काम किया है?

प्रशांत किशोर ने बीजेपी (2014), जेडीयू-आरजेडी गठबंधन (2015), कांग्रेस (2017), वाईएसआर कांग्रेस (2019), टीएमसी (2021) और डीएमके (2021) के लिए चुनावी रणनीति बनाई है।

प्रशांत किशोर की पत्नी कौन हैं?

प्रशांत किशोर की पत्नी का नाम जान्हवी दास है, जो एक डॉक्टर हैं।

प्रशांत किशोर की राजनीति में क्या भूमिका रहेगी?

प्रशांत किशोर “जन सुराज” अभियान के ज़रिए बिहार की राजनीति में सुधार और नए नेतृत्व को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। वे बिहार को जातीय राजनीति से ऊपर उठाने की कोशिश कर रहे हैं।

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