Kursakatta News Desk: लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। इसी उद्धरण से प्रेरित होकर फणीश्वरनाथ रेणु की इस धरती को जिले के दो नन्हें उस्ताद अपने अभिनय से सजाने में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। कुर्साकाटा के दोनों नन्हें कलाकारों ने अपने शानदार प्रस्तुति से जिले का नाम रौशन कर रहा है। डांस और कलाकारी के माध्यम से यह दोनों बाल कलाकार खूब चर्चा में हैं।
जिले के कुर्साकाटा बाजार निवासी प्रसिद्ध व्यवसायी रामजी गुप्ता के पौत्र एवं निरंजन कुमार सुमन जिले के तीरा गांव निवासी शिक्षक गुंजन कौशिक व नम्रता झा के सात वर्षीय पुत्री कांवर गीतों के आधार पर भजन के धुन पर डांस कर रहे हैं।
इनके डांस पर जबरदस्त लाइक और कमेंट्स भी मिल रहे हैं। दोनों नन्हें कलाकारों ने पिछले 1 साल से इंटरनेट मीडिया पर धमाल मचा रखा है। इनके द्वारा देवघर तक के रास्ते और बाबा नगरी झारखंड तक की धर्मशाला, दुकानें और अन्य जगहों पर प्रस्तुत डांस व भजन के जलवे ने लोगों के दिलों पर राज किया है।
एलबम “ओम नम: शिवाय” के गाने “बोलो ओम नम: शिवाय” और “के गाना ए धानी चढ़ जाइल सावन सोमवारी” के धुन पर युगलबंदी करने से उन्होंने लोगों के दिलों को मोह लिया है। उनकी जोड़ी ने दर्शकों को मनोरम संगीत और धुन का आनंद दिया है। गायक देव राज और पूजा पाण्डेय द्वारा दिए गए गाने और नन्हे कलाकार ओम और उत्सवी द्वारा डांस की जबरदस्त युगलबंदी ने लोगों के दिलों को जीत लिया है। इसे देखकर देवघर के रास्ते और
जिले के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। ओम के पिता व्यवसायी प्रणव गुप्ता ने बताया कि ओम बचपन से ही पढ़ने में मेहनती है। उत्सवी के पिता शिक्षक गुंजन कौशिक ने भी सराहना करते हुए बच्चों को डांस के क्षेत्र में बढ़ाने की बात कही। जिले में कला को बढ़ाने के लिए वहां एक डांस स्कूल स्थापित करने की भी मांग हो रही है।
इन नन्हें कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत किए गए डांस व भजन के जलवे ने जिले के नाम को रौशन किया है और लोगों में नयी उम्मीदें जगाई हैं। सांसद द्वारा कला को बढ़ाने और नन्हे कलाकारों के अभिनय को सराहा जा रहा है। इसे देखते हुए कला को बढ़ाने के लिए जिले में एक डांस स्कूल स्थापित करने की मांग हो रही है।